मतदाता सूची में गलत नामों की होगी जांच
भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष ने कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को एक फरमान जारी किया है। इसमें उन्होंने नेताओं व कार्यकर्ताओं को अपने-अपने बूथ पर बारीकी से मतदाता सूची जांचने को कहा है, ताकि सूची में से गलत नामों को हटाया जाए सके। इसके लिए उन्होंने कानूनी प्रक्रिया अपनाने के आदेश दिए हैं।
हर चुनाव में कांग्रेस का बूथ मैनेजमेंट फेल ही रहता है। इस कारण कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ता है। इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में बूथ मैनेजमेंट मजबूत हो और कांग्रेस को हार का सामना न करना पड़े। इसके लिए प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ ने पिछले दिनों जिला, शहर अध्यक्षों, जिला प्रभारी व सह प्रभारियों, जिला संगठन मंत्री, मतदाता सूची कार्य प्रभारी और मोर्चा संगठनों के प्रदेश अध्यक्षों को भोपाल में तलब करके मतदाता सूची पुनरीक्षण का कार्य गंभीरता से करने को कहा था। साथ ही बूथ एजेंट को अभी से सक्रिय करने की जिम्मेदारी इन पदाधिकारियों को सौंपी थी, क्योंकि चुनाव में बूथ पर एजेंट की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है।
नाथ ने समस्त कांग्रेस पदाधिकारियों, नेताओं और कार्यकर्ताओं को एक फरमान जारी किया। इसके चलते उन्होंने कांग्रेसियों से आह्वान किया कि वे अपने-अपने बूथ पर मतदाता सूचियों की बारीकी से जांच करें और उसमें शामिल गलत नामों को हटाने के लिए उचित कानूनी प्रक्रिया का पालन करें, ताकि चुनाव के पहले सही मतदाता सूची तैयार हो सके। उन्होंने इस कार्य में मंडलम, सेक्टर और बूथ कार्यकर्ताओं का सहयोग लेने को कहा। साथ ही मतदाता सूची से फर्जी नाम हटवाने, पात्र व युवाओं के नाम सूची में जुड़वाने का कांग्रेसियों से कहा गया है। उच्च न्यायालय ने इंदौर जिले में मतदाता सूची के संबंध में लोक सूचना आयुक्त द्वारा दिए गए निर्णय के अनुसार मतदाता सूचियों से जुड़े दस्तावेज याचिकाकर्ता दिलीप कौशल व रवि गुरनानी को देने के निर्देश दिए हैं। एक ही जिले में साढे तीन लाख फर्जी मतदाताओं का होना प्रदेशाध्यक्ष नाथ ने गंभीर बताया है। उन्होंने कांग्रेसियों से कहा कि सूची से फर्जी नामों को हटाया जाना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि इस बात की जांच होना भी जरूरी है कि आखिर किस तरह से इतनी बड़ी संख्या में फर्जी नाम मतदाता सूची में शामिल कर दिए गए। साथ ही यह भी पता लगाने की जरूरत है कि वाकई यह नाम फर्जी थे या नहीं थे।