चंडीगढ़ । फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) सहित अन्य मांगों को लेकर केंद्र और किसानों के बीच सातवें दौर की वार्ता करीब चार घंटे चली। लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। वार्ता के बाद केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि दोनों तरफ से हुई बातचीत सकारात्मक और उद्देश्य पूर्ण रही। अब अगली बैठक 4 मई को होगी।
किसानों की ओर से संयुक्त किसान मोर्चा के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल और किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) के संयोजक सरवन सिंह पंधेर की अगुआई में 28 किसान नेता पहुंचे थे। वहीं, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रह्लाद जोशी और पीयूष गोयल के अलावा पंजाब सरकार की ओर से कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुडि्डयां और वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा किसानों से बातचीत की। मगर, इसमें कोई नतीजा नहीं निकला।
बैठक के बाद पंजाब के वित्त मंत्री चीमा ने कहा कि पिछली बैठक में किसान जत्थेबंदियों की ओर से मांगों को लेकर सूची शेयर की गई थी। जिस डेटा के आधार पर किसान एमएसपी सहित अन्य मांगे कर रहे थे। आज केंद्र सरकार के साथ किसानों की बैठक में उस पर चर्चा हुई है। अन्य सभी मुद्दों पर भी चर्चा की गई। अब केंद्र व्यापारी और अन्य उन वर्ग, जोकि किसानी से जुड़े हुए हैं, एक बार बातचीत करेगी। वार्ता में इस बात की सहमति बनी है कि इस एजेंडे पर 4 मई को दोबारा मीटिंग की जाएगी।
उधर, किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि अचानक पंजाब सरकार ने शंभू और खनौरी बॉर्डर पर पुलिस फोर्स बढ़ा दी है। ये बात पंजाब सरकार ही बता सकती है कि ये हमारी सुरक्षा के लिए है या कुछ और इनपुट है।