ऑल्टो का नया वर्जन लॉन्च करने की तैयारी
नई दिल्ली । सबसे पॉपुलर कार ऑल्टो का नया वर्जन लॉन्च करने की तैयारी मारुति सुजुकी कर रही है। इसकी लॉन्चिंग से पहले सरकारी नियम कंपनी के आगे रोड़ा बनकर आ रहे हैं। दरअसल, सरकार ने सभी कारों में लोगों की सुरक्षा के लिए 6 एयरबैग के नियम को अनिवार्य कर दिया है। एंट्री लेवल की कार में 6 एयरबैग्स का नियम परेशानी पैदा कर रहा है। ऑल्टो ही नहीं एंट्री लेवल के अन्य मॉडल्स एस-प्रेसो और रिनॉल्ट क्वीड भी इस तरह की समस्या से दो-चार हो रहे हैं। मारुति सुजुकी के चेयरमैन आरसी भार्गव ने नए कानून की वजह से भारत में छोटी कारों के भविष्य पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने बताया कि अभी तक इस बात पर अनुसंधान चल रहा है कि छोटी कारों में छह एयरबैग कहां और कैसे फिट होंगे। एंट्री लेवल की हैचबैग को 6 एयरबैग के हिसाब से डिजाइन नहीं किया गया है।
उन्होंने बताया कि चार एयरबैग लगाने से ही कारों की कीमतों में काफी इजाफा होगा। और यह बढ़ी हुई कीमत निश्चित ही कारों की बिक्री पर विपरीत असर डालेगी। वर्ष 2019 से गाड़ियों में एयरबैग का नियम शुरू हुआ था। उस समय केवल ड्राइवर सीट पर एयरबैग को अनिवार्य किया गया था। इसके बाद ड्राइवर के साथ वाली पैसेंजर सीट के लिए भी एयरबैग अनिवार्य कर दिया गया। यह अनिवार्यता इसी साल जनवरी में लागू हुई। अब सरकार ने 6 एयरबैग को अनिवार्य कर दिया है।आरसी भार्गव ने बताया कि मारुति सुजुकी अपनी एंट्री-लेवल गाड़ी में चार एयरबैग शामिल करने पर काम कर रही है। 4 एयरबैग लगाने से गाड़ी कीमतों में 60,000 रुपये तक का इजाफा हो सकता है। उन्होंने कहा कि किसी भी एंट्री लेवल की गाड़ी की कीमतों में 60,000 रुपये तक का इजाफा बहुत बड़ी बढ़ोतरी होगी। इससे जो लोग एंट्री लेवल की कार खरीदने का प्लान बना रहे हैं वे अपना मन बदल सकते हैं। उन्होंने संकेत दिया कि कीमतों में इजाफे के चलते मारुति सुजुकी कुछ मॉडल्स को बंद कर सकती है।
फिलहाल दो एयरबैग जोड़ने पर 30,000 रुपये तक का खर्चा आ रहा है। हालांकि, 6 एयरबैग की अनिवार्यता उन गाड़ियों के लिए है जिनमें 8 यात्री बैठ सकते हैं। यह नियम इस साल अक्टूबर से लागू होने जा रहा है। राजमार्ग और सड़क परिवहन मंत्रालय ने कहा है कि यात्रियों की सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए सेंट्रल मोटर वेहिकल्स रूल्स (सीएमवीआर), 1989 में संशोधन कर सेफ्टी फीचर्स को बढ़ाने का फैसला किया गया है। मंत्रालय द्वारा जारी ड्राफ्ट नोटिफिकेशन के मुताबिक, 6 एयरबैग का फैसला एम1 श्रेणी की गाड़ियों के लिए किया गया है। इस श्रेणी में 5-8 सीट वाली कार शामिल हैं।