कोलार क्षेत्र में दिल्ली जैसे बने प्रदूषण के हालात
भोपाल। रोशनी का पर्व दीपावली पर राजधानी के कोलार क्षेत्र में प्रदूषण के हालात देश की राजधानी दिल्ली जैसे हो गए। इस क्षेत्र में हवा की सेहत बताने वाला वायु गुणवत्ता सूचकांक 290 तक पहुंच गया। इस तरह के हालत दिल्ली के कई क्षेत्रों में बने थे। सूचकांक का यह स्तर बताता है कि हवा की सेहत बेहद खराब है, जो कि 50 तक या उससे नीचे होना चाहिए, तभी हवा सेहतमंद मानी जाती है। उधर, हमीदिया रोड क्षेत्र में ध्वनि प्रदूषण ने रिकार्ड बनाया है। यहां शोरगुल का स्तर 109.6 डेसीबल रिकार्ड किया है जो कि 55 डेसीबल से अधिक नहीं होना चाहिए। वायु व ध्वनि प्रदूषण का असर दीपावली के दूसरी दिन मंगलवार को भी रहा।बता दें कि पटाखों के कारण फैले वायु व ध्वनि प्रदूषण से स्वास्थ्य पर विपरित असर पड़ा। खासकर बुजुर्ग व बीमारों में चिढ़चिढ़ेपन की शिकायतें बढ़ी है। श्वास संबंधी रोगों से जूझ रहे मरीजों को सांस लेने में तकलीफ हुई है। पीसीबी की रिपोर्ट के मुताबिक इस क्षेत्र में पार्टिकुलेट मैटर पीएम -10 व पीएम 2.5 का स्तर 500-500 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक पहुंच गया था। क्रमश: इनका स्तर 100 व 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर होना चाहिए, जो कि सामान्य से पांच गुना तक अधिक था। यह स्थिति दीपावली के दूसरे दिन मंगलवार दोपहर एक बजे की थी। इसी से मिलती-जुलती स्थिति टीटी नगर क्षेत्र की थी। शहर में प्रदूषण की यह स्थिति तब है जब शासन ने ग्रीन पटाखे जलाने की अनुमति दी थी। यह भी कहा था कि अधिक आवाज वाले पटाखों को न जलाया जाए। आतिशबाजी पर नियंत्रण हो।