आंदोलन के 111वें दिन प्रदर्शनकारियों ने भरी हुंकार
रायपुर। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि कोई उनके मनोबल को डिगा नहीं सकता क्योंकि वे अपनी जमीन के लिए लड़ाई रहे हैं, जहां पर वे पीढ़ियों से रह रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मान ली जाती, तब तक वे अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे।छत्तीसगढ़ के हसदेव अरंद क्षेत्र में कोयला खदान परियोजनाओं को मंजूरी देने के खिलाफ इस साल मार्च से ही विरोध-प्रदर्शन चल रहा है। सरगुजा जिले के ग्रामीण भीषण गर्मी के बावजूद अपना विरोध-प्रदर्शन जारी रखे हुए हैं और अब वे मानसून की बारिश में भी अपने विरोध को जारी रखने के लिए तैयार हैं।प्रदर्शनकारियों का कहना है कि कोई उनके मनोबल को डिगा नहीं सकता क्योंकि वे अपनी जमीन के लिए लड़ाई रहे हैं, जहां पर वे पीढ़ियों से रह रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मान ली जाती, तब तक वे अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे।