मध्यप्रदेश की सबसे लंबी मोहनिया सुरंघ मोहनिया घाटी में बनकर तैयार हो चुकी है। जल्द ही पीएम मोदी और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी इसका लोकार्पण कर इसे देश को समर्पित कर सकते हैं। झांसी-रांची नेशनल हाइवे 39 पर स्थित इस टनल से आम जनता को बड़ी राहत होगी। वहीं विंध्य क्षेत्र के लोग टनल के माध्यम से सीधी से रीवा तक बस चंद मिनिट में पहुंच जाएंगे। 1004 करोड़ के बजट से बनी इस टनल में कई खासियते भी हैं। 

मोहनिया टनल के लोकार्पण का विंध्य क्षेत्र के लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। मोहनिया टनल मध्यप्रदेश की सबसे लंबी सिक्स लेन सड़क की पहाड़ी सुरंग है। इस टनल के शुरू होने के बाद रीवा से सीधी की दूरी करीब सात किमी तक कम हो जाएगी। वहीं, वाहनों को मोहनिया घाटी के घुमावदार मोड़ और चढ़ाई से निजात मिलेगा। अभी लोगों को घाटी पार करने में करीब 30 से 35 मिनिट का समय लगता है लेकिन सुरंग से यह दूरी महज पांच से सात मिनिट में तय की जा सकेगी। सीधी से रीवा की दूरी फिलहाल 82 किलोमीटर है जो कि टनल के शुरू जाने के बाद सिर्फ 75 किलोमीटर रह जाएगी। 

मोहनिया टनल के पूर्ण होने का समय मार्च 2023 निर्धारित था, लेकिन निर्माण एजेंसी ने तय समय से 8 माह पहले ही इस प्रोजेक्ट को पूर्ण करने का लक्ष्य हासिल कर लिया है। मोहनिया टनल का निर्माण कार्य अगस्त महीने के पहले सप्ताह में पूरा हो चुका है। फिलहाल इसकी फिनिशिंग का काम अंतिम दौर में है। फिनशिंग का कार्य पूर्ण होने के बाद टनल के लोकार्पण का कार्यक्रम तय करने की तैयारियां तेज हो गई हैं। लोकार्पण के बाद लोगों को बड़ी टनल की सौगात मिल जाएगी।

मोहनिया टनल प्रोजेक्ट की लागत एक हजार चार करोड़ है। टनल में थ्री-थ्री लेन की 2 टनल हैं, 1 टनल की चौड़ाई साढ़े 13 मीटर है। एक टनल में एक तरफ से 3 वाहन एक साथ गुजर सकते हैं। दोनों टनल के बीच तीन स्थानों पर इंटर पासिंग की व्यवस्था की गई है, जिससे टनल के अंदर जाने के बाद वाहन बीच से वापस लौट सकें। दोनों टनल की लम्बाई 2.29 मीटर है। टनल के बाद सीधी की ओर से 12.5 मीटर और रीवा की तरफ 500 मीटर की एप्रोच रोड है। टनल को पूरी तरह से आधुनिक विधि से निर्मित कराया गया है। जिससे टनल बहु उपयोगी बन चुकी है।
 
टनल के अंदर हैं ये सुविधाएं

1004 करोड़ के बजट से बनी मोहनिया टनल कई सुविधाओं से सुसज्जित है। टनल के अंदर सीसीटीवी कैमरे, पंखे और फायर-कंट्रोल सिस्टम लगाए गए हैं। साथ ही टनल के अंदर अत्याधुनिक लाइटिंग भी लगाई गई है। टनल में दोनों और 10 किलोमीटर की नाली का निर्माण किया गया है, ताकि बारिश का पानी सीपेज से टनल के अंदर भरा न रहे। फाइनलेग कंक्रीट में सीमेंट और गिट्टी को मिलाकर बनाई इस टनल में पानी छनकर एक कुंड में जाएगा, जिसे शुद्धिकरण के बाद जलस्तर बढ़ाने के लिए छोड़ दिया जाएगा।

पर्यटन स्थल के रूप में होगी विकसित
मोहनिया घाटी को बनाई गई यह सुरंग मध्यप्रदेश की सबसे लंबी सुरंग है। मध्यप्रदेश सरकार इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की कोशिश कर रही है। मोहनिया सुरंग पर्यटकों के लिए खास आकर्षण का केंद्र साबित होगी, जिसमें टनल के ऊपर से वाहनों के साथ ही नहर एवं रेल लाइन भी गुजरेगी। मोहनिया टनल के अंदर आकर्षक लाइट्स समेत अन्य सुविधाएं मौजूद होंगी, जिससे इसका लुत्फ पर्यटक भी ले सकें। मोहनिया टनल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की प्राथमिकता है। प्रदेशवासी मोहनिया सुरंग के जल्द लोकार्पण का इंतजार कर रहे हैं।