पूर्व केंद्रीय मंत्री पचौरी का शिवराज सरकार पर निशाना; विकास यात्रा के खर्च पर सवाल


भोपाल । कांग्रेस के सीनियर लीडर और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी ने मध्यप्रदेश में निकल रही विकास यात्रा के बहाने शिवराज सरकार पर निशाना साधा और खर्च पर सवाल उठाए हैं। वहीं, प्रदेश के कई ब्यूरोक्रेट्स को भाजपा का प्रचारक बताया है। कहा कि भाजपा इस यात्रा के नाम पर जनता के धन से अपने प्रचार-प्रसार में लगी हुई है। वहीं, कतिपय नौकरशाह भाजपा के प्रचारक के रूप में काम करते नजर आ रहे हैं। उनसे अपेक्षा है कि वे उच्च आचरण पेश करें और संविधान के दायरे में काम करें।
पूर्व केंद्रीय मंत्री पचौरी ने बुधवार को भोपाल में मीडिया के सामने शिवराज सरकार पर जुबानी हमला और विकास यात्रा के खर्च को लेकर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री ये बताए कि मध्यप्रदेश में बेरोजगारों की संख्या क्यों बढ़ी? महिलाएं क्यों सुरक्षित नहीं? प्रदेश कुपोषण में देश में नंबर वन क्यों है? घोटाले क्यों हो रहे? ये सरकार घोटालों की सरकार है। जनता इनसे प्रश्न पूछे। भोपाल हो या सागर, वहां जनता उनसे सवाल पूछ रही है कि विकास कहां हुआ है? क्या प्रदेश की सड़कें वाशिंगटन से बेहतर है? लोगों को पीने का साफ पानी क्यों नहीं मिल रहा है। पचौरी ने कहा कि विकास प्रदेश का नहीं भाजपा नेताओं का हो रहा है। विकास यात्रा में प्रदेश की जनता के हित नहीं जुड़े हैं। कांग्रेस भी सभी जगहों पर विकास यात्रा का विरोध जता रही है। उन्होंने कहा कि कतिपय नौकरशाह, सारे नौकरशाह नहीं। कई नौकरशाहों से अपेक्षा की है कि वे अच्छे आचरण का प्रदर्शन करें।

सरकार अपने मुंह मिट्ठू मियां
पूर्व केंद्रीय मंत्री पचौरी ने कहा कि सरकार खुद अपने मुंह मिट्ठू मियां बनी हुई है। जनता की गाढ़ी कमाई से मिले टैक्स को यूं ढिंढोरा पीटने में खर्च किया जा रहा है। बावजूद जनता विकास यात्रा का विरोध कर रही है। उमरिया, सीधी, ब्यावरा, छतरपुर, सिवनी, निवाड़ी समेत कई जिलों में लोगों ने ही विकास यात्रा की पोल खोलकर रख दी है। पन्ना कलेक्टर के विकास यात्रा में गुणगान के मामले को लेकर पचौरी ने ब्यूरोक्रेट्स पर भी निशाना साधा।

राहुल गांधी की यात्रा का जिक्र
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने मीडिया के सामने राहुल गांधी की यात्रा का जिक्र भी किया। कहा कि जनता के बुनियादी मुद्दे जैसे महंगाई, बेरोजगारी आदि को लेकर राहुल गांधी ने देश में भारत जोड़ों यात्रा निकाली। यात्रा ने भारतीय राजनीति के पटल पर एक नया राष्ट्रीय एजेंडा तय कर दिया है।