इंदौर का अब सेवन स्टार रेटिंग के लिए दावा मजबूत
इंदौर। विगत दो वर्षो से इंदौर को स्वच्छ सर्वेक्षण में फाइव स्टार रेटिंग से ही संतोष करना पड़ रहा है। इस बार इंदौर नगर निगम ने सेवन स्टार रेटिंग के लिए अपना दावा मजबूत किया है। सेवन स्टार रेटिंग में लिए सर्वेक्षण पोर्टल पर डेटा अपलोड करने की अंतिम तारीख 25 मार्च है लेकिन इसके पहले ही नगर निगम ने बुधवार को पोर्टल पर डेटा अपलोड करने की प्रक्रिया को पूरा किया। निगम के अफसर जहां एक बार फिर सर्वेक्षण में शहर के नंबर 1 आने की बात कह रहे है, वही इस बार सेवन स्टार रेटिंग मिलने की भी पूरी संभावना जता रहे है।
स्वच्छता के इन पैमानों को निगम ने किया पूरा
डोर टू डोर कचरा संग्रहण:
शहर के रहवासी व व्यवसायिक इलाकों से शतप्रतिशत कचरा संग्रहण वाहनों के माध्यम से किया ज रहा है।
छह तरह का कचरा अलग-अलग:
सर्वे में जहां अन्य शहरों के लिए चार तरह का कचरा अलग-अलग लेने की व्यवस्था पर जोर दिया गया है लेकिन इंदौर में डोर टू डोर वाहनों से गीले, सूखे, प्लास्टिक, घरेलू हानिकारक वेस्ट सहित छह तरह का कचरा अलग-अलग लिया जा रहा है।
सड़क-फुटपाथ सफाई:
शहर के अलग-अलग इलाकों में निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों की सड़कों की सफाई व्यवस्था की निगरानी का जिम्मा दिया गया हैं। सड़क व फुटपाथों पर कही भी कचरा न हो। इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
लिटर फ्री रूट:
शहर की सड़कों पर धूल न हो इस वजह से मैकेनाइज्ड स्वीपिंग मशीन से सफाई हो रही है। डिवाइडर पर पौधारोपण किया गया है। चौराहों पर फाउंटेन भी लगाए गए है।
बैकलेन हुई साफ:
निगम द्वारा शहर में रहवासी व व्यवसायिक क्षेत्रों की तीन हजार बैकलेन की सफाई की गई है। इसके अलावा 500 से अधिक बेकलेन में सुंदरीकरण कार्य के लिए पेटिंग भी की गई।
सफाई मित्रों को प्रशिक्षण:
निगम के सफाई मित्रों को रोड व फुटपाथ की सफाई के लिए प्रशिक्षण दिलवाया गया है। इसके अलावा उद्यान विभाग के कर्मचारियों को भी पौधारोपण व पौधे के रख-रखाव का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कर्मचारी को खुद की सुरक्षा रखते हुए सीवेरज व अन्य सफाई कार्यो को करने का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। ड्रेनेज चेम्बरों की सफाई मशीनों से की जा रही है। मशीनों से सफाई के माडल को ही इस बार सर्वे में प्राथमिकता दी गई है।
थ्री आर गतिविधि:
कचरे को कम करने, उसके पुन: उपयोग जैसे कार्यो की छह गतिविधियों को अनिवार्य किया गा है। इंदौर में फिलहाल 15 तरह की ऐसी गतिविधियां आयोजित की गई है।
100 फीसद वेस्ट प्रोसेसिंग:
शहर में प्रतिदिन जितना कचरा निकला है उसका शत प्रतिशत प्रोसेसिंग किया जा रहा है। सूखे व गीले कचरे की प्रोसेसिंग के साथ सेनिटरी व ई-वेस्ट को नष्ट भी किया जा रहा है।
कचरा संग्रहण शुल्क:
नगर निगम द्वारा शहर से शत प्रतिशत कचरा संग्रहण शुल्क की वसूली की गई।
स्वच्छ नाले व नदी:
शहर की कान्ह व सरस्वती नदी में अब सूखा कचरा नहीं दिखाई देता है। निगम द्वारा नदियों की सफाई की गई है। इसके अलावा नदी किनारे कचरा फेंकने वालों पर रोक लगाई गई। स्टार्म वाटर लाइन भी बारिश के अलावा अन्य दिनों में सूखी रहती है। शहर में 100 फीसद सीवरेज के पानी का नदी किनारे बनाए गए 10 सीवरेज ट्रीटमेंट की प्लांट के माध्यम से उपचार किया जा रहा हैं। इसके बाद भी 31 प्रतिशत उपचारित पानी का भवन निर्माण, सड़कों की धुलाई व कृषि कार्य में उपयोग किया जा रहा है।
अंकों की वरीयता
कुल अंक: 7500
सर्विस लेवल प्रोग्रेस:3 हजार अंक
सिटीजन वाइस : 2250 अंक
प्रमाणीकरण : 2250
(वाटर प्लस के 1 हजार अंक मिल चुके है, सेवन स्टार के 1250 अंक मिलना बाकी)
सिटीजन फीडबैक के लिए युवा व बुजुर्गो के समूहों से चर्चा
सर्वेक्षण में सिटीजन फीडबैक में 80 फीसद अंक सर्वे के लिए आने वाली टीमों के फीडबैक से मिलना है। वही 20 फीसद अंक आनलाइन प्लेफार्म के माध्यम से फीडबैक पर मिलना है। इसके लिए स्वच्छ सर्वेक्षण के पोर्टल, वोट फार माय सिटी एप, इंदौर 311 एप व माय जीओवीएप के माध्यम से लोगों से फीडबैक लिए जा रहे है। इसे अलावा फीडबैक बेहतर हो इसके लिए निगम अधिकारी व एनजीओ की टीम बुजुर्गो व युवाओं के अलग-अलग समूह से चर्चा कर रही है।
अब तक की सीख
अभी तक जहां कई शहरों में सात दिन या तीन दिन में एक बार घरों व प्रतिष्ठानों से कचरा लिया जाता था। वही इंदौर में हर रोज घरों से छह प्रकार का कचरा अलग-अलग लिया जाता है।
रहवासी व व्यवसायिक इलाकों से कचरा संग्रहण के लिए अलग वाहन है। उद्यान का कचरा, भवन निर्माण व मलबे का उठाने के लिए अलग वाहन है। मीट की दुकानों से कचरा एकत्र करने के लिए अलग-अलग वाहन हैं।
वैश्विक स्तर के 24 पैरामीटर को पूरा कर रहा इंदौर
शहर की सफाई संबंधित वैश्विक स्तर पर शहरों के तय मापदंडों के आधार स्टार रेटिंग दी जाती है। इंदौर इसमें शामिल स्वच्छता कार्य संबंधित 24 पैरामीटर को पूर्ण करता है। इसमें शहर की सुुंदरता,लोगों के अनुभव व डिजिटल मानीटरिंग क्षेत्र में भी शहर के काफी कार्य हुआ है।