महू की घटना में सीएम ने दिए मजिस्ट्रिलय जांच के आदेश, कांग्रेस का दल पहुंचा
महू । युवती की संदिग्ध अवस्था में मौत के बाद बड़गोंदा थाना क्षेत्र की डोंगरगांव पुलिस चौकी पर बुधवार रात पुलिस और आदिवासी समाज जन आमने-सामने हो गए। बवाल बढ़ता देख पुलिस ने लाठी चार्ज, 20 से अधिक अश्रुगैस के गोले छोड़े और लगातार हवाई फायर किए। फायरिंग में गोली लगने से 18 वर्षीय भेरूलाल की मौत हो गई। मामले में कलेक्टर इलैया राजा टी ने इंदौर ग्रामीण क्षेत्र में धारा 144 लगा दी है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने घटना के मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। घटना में कुल 20 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, इसमें टीआई ज्यादा घायल है। गोली से मृत युवक भेरूलाल का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने उज्जैन में कहा कि मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। संवेदनशील मुद्दे पर कांग्रेस को राजनीति नहीं करना चाहिए। जानकारी के अनुसार मंडलेश्वर थाना अंतर्गत गांव वासली कुंडलिया निवासी 22 वर्षीय कविता डावर धार जिले के धामनोद में छह माह से किराये के कमरे में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही थी। बुधवार को उसकी गवली पलासिया में संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। इस दौरान युवक यदुनंदन पाटीदार भी साथ में था। पुलिस को सूचना मिली कि युवती की करंट लगने से मौत हो गई। पुलिस ने इसकी जानकारी मंडलेश्वर में रह रहे स्वजन को दी। इसके बाद स्वजन और समाजजन अस्पताल पहुंचे। पोस्टमार्टम के बाद समाजजन ने रात करीब 7:45 बजे शव के साथ डोंगरगांव चौकी का घेराव कर दिया। साथ ही रास्ता जाम कर दिया।
कांग्रेस का दल महू पहुंचा
महू में हुए पूरे घटनाक्रम के बाद कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ सबसे पहले सक्रिय हुए है। उन्होंने मामले में आदिवासी विधायकों का दल घटनास्थल पर जांच के लिए भेजा है। दल में कांतिलाल भूरिया, बाला बच्चन, झूमा सोलंकी और पांचीलाल मेड़ा इंदौर के प्रभारी महेंद्र जोशी ओर संतोष गौतम है। ये दल घटना की सच्चाई पता करेगा और पीड़ित लोगों से बातचीत करेगा। दल अपनी रिपोर्ट कमल नाथ को सौंपेगा जिसके बाद कांग्रेस अपनी आगामी रणनीति तय करेगी। कांग्रेस की यह जांच कमेटी मृतक युवती के परिवार के भी बयान लेगी। पूर्व सीएम कमल नाथ ने ट्वीट कर लिखा, इंदौर जिले के महू में आदिवासी युवती से सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या एवं पुलिस फायरिंग में आदिवासी युवक की हत्या ने मध्य प्रदेश में व्याप्त जंगलराज को साबित किया है। मैं इस हृदयविदारक घटना से आहत हूं, व्यथित हूं और दुख की इस घड़ी में पीड़ित आदिवासी परिवारों के साथ खड़ा हूं। मैंने घटना की जाँच के लिये वरिष्ठ आदिवासी विधायकों का एक जाँच दल भी गठित किया है जो घटनास्थल के लिए रवाना हो चुका है। आदिवासियों पर अत्याचार के मामले में पूरे देश में अव्वल मध्य प्रदेश में घटित इस सामूहिक बलात्कार और पुलिस गोलीबारी की घटना ने आदिवासियों को भयभीत कर दिया है। अब इस बीजेपी सरकार से कोई उम्मीद नहीं बची है।
दुकानों में भी तोड़फोड़ की
पुलिस ने करीब आधा किलोमीटर दूर गवली पलासिया की ओर भीड़ को खदेड़ा, जहां पर भीड़ ने गांव की दुकानों में भी तोड़फोड़ कर दी। भीड़ नियंत्रित नहीं होने से पुलिस ने हवाई फायर भी शुरू किया। खबर लिखे जाने तक मौके पर आदिवासी समाजजन मौजूद रहे। साथ ही लगातार पथराव जारी रहा। दूसरी ओर पुलिस भी हवाई फायर करती रही। घटना में छह से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। इनमें बड़गोंदा टीआइ बीएस ठाकुर, साथ ही एएसपी शशिकांत कनकने सहित अन्य पुलिस अधिकारी शामिल हैं। पुलिस ने शुरुआत में छह हवाई फायर कर भीड़ को खदेड़ा। पुलिसकर्मियों के घायल होने के बाद 30 से अधिक हवाई फायर किए। इस दौरान एक पुलिस का वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया।
बेटी गवली पलासिया कैसे पहुंची?
घेराव के दौरान बेटी के पिता पाचीलाल डावर और स्वजन ने बताया कि बेटी धामनोद में पढ़ाई कर रही थी। वह गवली पलासिया कैसे पहुंची, इसकी जानकारी नहीं है। युवक ने बेटी का अपहरण कर हत्या की है। बताया जा रहा है कि युवती तीन माह से युवक के साथ रह रही थी। युवक ने आसपास के लोगों और अस्पताल में पत्नी बताया था। सूचना मिली थी कि युवती की मौत हो गई है। इसके बाद पुलिस पहुंची। आरोपित युवक पर 302 के तहत प्रकरण भी दर्ज किया है। इसी बीच पथराव शुरू हुआ। इसके बाद लाठी चार्ज करना पड़ा। कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं, इसलिए हवाई फायर करना पड़ा। - शशिकांत कनकने एडिशनल एसपी, ग्रामीण
यह है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार मंडलेश्वर थाना अंतर्गत ग्राम वासली कुंडलिया निवासी युवती कविता डावर (22) धामनोद में पिछले 6 माह से किराए के कमरे में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही थी। बुधवार को युवती की गवली पलासिया में संदिग्ध अवस्थ में मौत हो गई। इस दौरान युवक यदुनंदन पाटीदार भी साथ में था। पुलिस को घटना की सूचना मिली कि युवती की करंट लगने से मौत हो गई। पुलिस ने इसकी जानकारी मंडलेश्वर में रह रहे परिजनाें को दी। जिसके बाद परिजन और समाजजन अस्पताल पहुंचे। पोस्टमार्टम के बाद समाजजनों ने करीब 7.45 पर युवती की शव को डोंगरगांव चौकी का घेराव कर दिया। साथ ही चक्काजाम कर दिया। करीब 9.30 बजे एसडीएम मौके पर पहुंचे और उन्होंने परिजनों को समझाने की कोशिश की। इसके बाद मामला थोड़ा शांत हुआ। परिजन युवती के शव को गाड़ी में रखकर निकलने लगी। इसी बीच करीब 10 बजे एक महिला भीड़ के साथ आई और पुलिस पर जोर चिल्लाने लगी। तभी अचानक पथराव शुरू हो गया। जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू किया। साथ ही आंसूगैस के गोल छोड़कर भीड़ को खदेड़ना शुरू किया। पुलिस ने करीब आधा किलोमीटर दूर गवली पलासिया की ओर भीड़ को खदेड़ा। जहां पर भीड़ ने गांव की दुकानों में भी तोड़फोड़ कर दी। भीड़ नियंत्रित में नहीं होने के चलते पुलिस ने हवाई फायर भी शुरू किया। खबर लिखे जाने तक मौके पर आदिवासी समाज जन मौजूद रहे। साथ ही लगातार पथराव जारी रहा। दूसरी ओर पुलिस भी हवाई फायर करती रही।
6 पुलिसकर्मी घायल
घटना में करीब 6 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। जिसमें बड़गोंदा टीआई बीएस ठाकुर भी घायल हुए। इसके साथ ही एएसपी सहित अन्य पुलिस अधिकारियों को भी चोट लगी। पुलिस में इसमें शुरुआत में 6 हवाई फायर कर भीड़ को खदेड़ा। बाद में पुलिसकर्मियों के घायल होने के बाद करीब 30 से अधिक हवाई फायर किए गए। इस दौरान एक पुलिस का वाहन भी क्षतिग्रस्त किया गया। पुलिस द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से आरोपित युवक को डोंगरगांव चौकी से निकालकर दूसरी जगह ले जाया गया।