मोतियाबिंद बर्बाद कर रहा था मासूम का बचपन
रायपुर : प्रत्यक्ष यानि कि वो जो स्पष्ट दिखाई देता हो। ये नाम एक मां ने अपने बेटे के लिए रखा था ताकि हमेशा उसकी आंखो के सामने रहे, लेकिन जब प्रत्यक्ष थोड़ा बड़ा हुआ तो पता चला कि उसके अक्ष उसका साथ नहीं दे रहे हैं, वो ठीक से देख नहीं पाता है। प्रत्यक्ष की मां नीलावती राठिया के लिए इस बात का पता चलना किसी दुख के पहाड़ के समान था। घरघोड़ा का गरीब राठिया परिवार को निजी डाक्टरों ने उसकी आंखें ठीक करने के लिए जो खर्च बताया उसे कर पाना इस परिवार के लिए संभव नहीं था।
समय बीतता रहा और प्रत्यक्ष 3 साल का हो गया. नीलावती ने उम्मीदें छोड़ दी थीं कि अब उनका बेटा कभी देख भी पाएगा। ऐसे में मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना नीलावती के लिए वरदान बन कर आई। यहां से प्रत्यक्ष की मां को पता चला कि उसे मोतियाबिंद है और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा शुरू की गई डॉ खूबचंद बघेल स्वास्थ्य योजना से उसका इलाज भी निरूशुल्क हो सकता है। आखिरकार वो दिन भी आ गया जब प्रत्यक्ष की अक्ष का इस योजना के तहत आपरेशन हो गया और अब उसकी आंखों की रोशनी भी लौट आई है। इसके लिए प्रत्यक्ष की मां और उसका पूरा परिवार मुख्यमंत्री को धन्यवाद देने के लिए घरघोड़ा भेंट मुलाकात पहुंचा था।