राजधानी में 11 दिन से ब्लैक आउट
भोपाल । राजधानी भोपाल के 40 से ज्यादा बड़े इलाके पिछले 11 दिन से अंधेरे में है। करोड़ों रुपए के बिल बकाया होने पर बिजली कंपनी ने 25 प्रतिशत इलाके की स्ट्रीट लाइटों के कनेक्शन काट दिए। जनता परेशान हैं और इसकी चिंता किसी को नहीं है। निगम के जिम्मेदार आर्थिक स्थिति कमजोर होने का हवाला दे रहे हैं, लेकिन मीटिंग में खाने-पीने पर ही लाखों रु. खर्च किए जा रहे हैं। लोगों से टैक्स की वसूली भी जारी है। बावजूद स्ट्रीट लाइटों के नाम पर आर्थिक तंगी का हवाला दिया जा रहा है। स्ट्रीट लाइटों को लेकर सोमवार को भी कोई फैसला नहीं लिया जा सका।
बिजली कंपनी के अफसरों का कहना है कि पिछले दो महीने से निगम ने बिल नहीं भरा। इस कारण प्रमुख इलाकों की स्ट्रीट लाइटों के कनेक्शन काटे जा रहे हैं। 24 करोड़ में से अब तक सिर्फ दो करोड़ रुपए ही मिले हैं। यदि ऐसा ही रहा तो आने वाले दिनों में और भी कनेक्शन काटे जाएंगे। उधर, निगम के जिम्मेदारों का कहना है कि अब सीएम शिवराज सिंह चौहान से गुहार लगाएंगे। ताकि, स्ट्रीट लाइट चालू हो सके।
निगम के एमआईसी मेंबर राजेश हिंगोरानी ने बताया कि स्ट्रीट लाइट बंद होने के मामले में बिजली कंपनी के अधिकारियों से बातचीत जारी है। आर्थिक हालत ठीक नहीं होने की वजह से बिल नहीं भर सके हैं। वरना हर महीने नियमित रूप से बिल भरे जा रहे हैं। बता दें कि कंपनी ने 29 अक्टूबर से स्ट्रीट लाइटों के कनेक्शन काटने शुरू किए थे। अभी 25 प्रतिशत से ज्यादा एरिया में लाइट बंद हैं। इनमें कई प्रमुख सड़कें भी शामिल हैं, जिनके ऊपर से हर रोज लाखों लोग गुजरते हैं।
वीआईपी रोड, भोज सेतु, कमला पार्क, पॉलीटेक्निक चौराहा एवं आसपास के एरिये में स्ट्रीट लाइटें बंद हैं। इसी तरह कोलार रेस्ट हाउस से चूना भट्टी के बीच की सड़क अंधेरे में है। लिंक रोड नंबर-2 पूरी अंधेरे में डूबी हुई है। बिट्ठन मार्केट चौराहा से कोलार रेस्ट हाउस और फिर मैनिट तक यही स्थिति है। शिवाजी नगर, सात नंबर स्टॉप, मानसरोवर, अरेरा कॉलोनी, दस नंबर स्टॉप, अरेरा हिल्स, साउथ टीटी नगर, ग्रीन पार्क, ई-4 एरिया समेत पुराने शहर के ज्यादातर इलाकों में अंधेरा छाया हुआ है। बैरसिया रोड, आनंद नगर समेत रायसेन रोड के भी कई इलाकों की सड़कों में अंधेरा है।