रजिस्ट्रेशन के बाद अब लाइसेंस कार्ड भी हुए खत्म
भोपाल । भोपाल सहित पूरे प्रदेश में रजिस्ट्रेशन काड्र्स की कमी के बाद अब लाइसेंस कार्ड भी खत्म हो चुके हैं। पिछले करीब 15 दिनों से लाइसेंस कार्ड खत्म होने के कारण लाइसेंस जारी होना बंद हो गया है। इससे प्रदेश में हजारों लाइसेंस अटक गए हैं। आवेदक रोजाना लाइसेंस के लिए ऑफिस के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन कोई जवाब तक नहीं मिल रहा है।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में ढाई माह में पुरानी गाडिय़ों के चीप लगे रजिस्ट्रेशन कार्ड की कमी चल रही है। इसके कारण पुरानी गाडिय़ों के ट्रांसफर, रिन्युअल, डुप्लीकेट, फाइनेंस चढ़वाने या कटवाने पर वाहन मालिकों को कार्ड नहीं मिल पा रहे हैं, वहीं अब पिछले कुछ दिनों से लाइसेंस कार्ड भी खत्म हो चुके हैं। पिछले करीब 15 दिनों से आरटीओ ऑफिस में लाइसेंस खत्म होने के कारण नए लाइसेंस के साथ ही डुप्लीकेट, रिन्युअल, कैटेगरी अपडेट जैसे सभी लाइसेंस जारी होना बंद हो गए हैं। इससे अब तक हजारों लाइसेंस अटके हुए हैं और यह संख्या रोजाना बढ़ती जा रही है।
चीन से नहीं आ रहे चीप लगे कार्ड
अधिकारियों ने बताया कि पुरानी गाडिय़ों की तरह ही लाइसेंस के कार्ड भी चीप लगे होते हैं। इन्हें जारी करने का काम भी स्मार्टचीप कंपनी ही करती है। ये कार्ड चीन से लाए जाते हैं, लेकिन पिछले लंबे समय से चीन से चीप लगे कार्ड नहीं आ पा रहे हैं। इसके कारण अब लाइसेंस जारी होने में भी परेशानी शुरू हो गई है और यह कब तक दूर होगी यह भी तय नहीं है, क्योंकि जिस तरह ढाई माह से रजिस्ट्रेशन कार्ड नहीं आ रहे हैं, वैसे ही लाइसेंस कार्ड अब कब आएंगे, इसे लेकर अधिकारियों को भी कंपनी कोई सही जानकारी नहीं दे पा रही है।
लाइसेंस बन जाने के बाद भी पुलिस से चालान कटवा रहे लोग
आवेदकों को लाइसेंस बन जाने के बाद भी कार्ड ना मिल पाने के कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शहर में ट्रैफिक को लेकर पुलिस द्वारा विशेष जांच अभियान भी चलाया जा रहा है। ऐसी स्थिति में जांच के दौरान रोकने पर वाहन चालक लाइसेंस बन जाने के बाद भी दिखा नहीं पा रहे हैं और चालानी कार्रवाई का शिकार हो रहे हैं। इससे बचने के लिए कार्ड पाने के लिए रोजाना सैकड़ों आवेदक आरटीओ ऑफिस के चक्कर लगा रहे हैं। एजेंटों का कहना है कि जिस तरह रजिस्ट्रेशन कार्ड की कमी पर विभाग रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट दे रहा है, वैसे ही लाइसेंस कार्ड आने तक लाइसेंस सर्टिफिकेट जारी किए जाने चाहिए।