5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी 26 जुलाई को
5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी 26 जुलाई को होनी हैं। नीलामी में हिस्सा लेने के लिए आवेदन की आखिरी तारीख 8 जुलाई थी। सरकार 20 जुलाई को नीलामी में हिस्सा लेने वालों की सूची जारी करेगी। कारोबारी गौतम अदाणी के समूह ने 5जी स्पेक्ट्रम में हिस्सा लेने की पुष्टि की। कंपनी का कहना है कि वह इसका इस्तेमाल एयरपोर्ट से लेकर ऊर्जा तक अपने कारोबार में सहायता के लिए निजी नेटवर्क तैयार करने में करेगा।
अदाणी समूह के नीलामी में शामिल होने से मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस जियो और सुनील भारती के एयरटेल को कड़ी टक्कर मिलने की संभावना है। अभी दूरसंचार क्षेत्र में जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ही तीन बड़े निजी खिलाड़ी हैं। पिछले महीने केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि मार्च 2023 तक देश में 5जी सेवा मिलने लगेगी और यह 4जी से 10 गुना तेज होगी। उन्होंने यह भी कहा था कि 20 साल की अवधि के लिए कुल 72,097 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की नीलामी की जाएगी। आवेदकों के स्वामित्व का विवरण 12 जुलाई को प्रकाशित किया जाना है। 26 जुलाई, 2022 से शुरू होने वाली नीलामी के दौरान कम से कम 4.3 लाख करोड़ रुपये के कुल 72,097.85 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम को ब्लॉक पर रखा जाएगा। नीलामी विभिन्न निम्न (600 मेगाहर्ट्ज, 700 मेगाहर्ट्ज, 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 1800 मेगाहर्ट्ज, 2100 मेगाहर्ट्ज, 2300 मेगाहर्ट्ज), मध्य (3300 मेगाहर्ट्ज) और उच्च (26 गीगाहर्ट्ज़) आवृत्ति बैंड में स्पेक्ट्रम के लिए आयोजित की जाएगी।